अब क्या देखूँ तुझे तेरे बदल जाने के बाद, कि नये पत्ते आते हैं शाखो पे पुराने टूट जाने अब क्या देखूँ तुझे तेरे बदल जाने के बाद, कि नये पत्ते आते हैं शाखो पे पुराने ...
कुछ इस तरह दर्द-ऐ-दिल ज़ुबान पर आया नहीं, कि उन्होंने पूछा नहीं और मैंने बताया नहीं। कुछ इस तरह दर्द-ऐ-दिल ज़ुबान पर आया नहीं, कि उन्होंने पूछा नहीं और मैंने बताया नह...
हम सब भौतिक होते जा रहे हैं प्रकृति खत्म होती जा रही है ! हम सब भौतिक होते जा रहे हैं प्रकृति खत्म होती जा रही है !
आओ चल दे एक सुकून से भरे शहर की तलाश में, कुछ खो कर कुछ पाने की ख्वाहिश में,। आओ चल दे एक सुकून से भरे शहर की तलाश में, कुछ खो कर कुछ पाने की ख्वाहिश में,...
तुम मिलना चाहती हो...। तुम मिलना चाहती हो...।
अरे दोस्तों, जाने क्या ऐसी बात हो गई...। अरे दोस्तों, जाने क्या ऐसी बात हो गई...।